दैनिक रपट
०३/०२/२०२१
आज हमारा टीचिंग प्राक्टीस का तीसरा दिन था। मैं नवीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाना था। मेरा कक्षा रात को ७.३० बजे शुरू हुई। अभिवादन और प्रत्याभिवादन के बाद छात्रों से सहसंबन्ध स्थापित करती थी और पाठ भग की ओर चले। पाठ भाग की ओर जाने के लिए पूर्व ज्ञान जगाती थी। फिर अकाल में सारस कविता की बाकी भाग पढ़ाय था। कविता के आदर्श वाचन करती है और छात्र अनुकरण वाचन करते हैं। फिर कठिन शब्द लिखिए और स्लैड के द्वारा अर्थ समझाती है। कविता का आशय सरल रूप से व्यक्त किया है। छात्रों को प्रश्न पूछते हैं और छात्र सकारात्मक और नकारात्मक उत्तर दिया मैंने एक उद्घोषणा कैसे लिखें उसके बारे में सिखाया। सभी छात्रों पुस्तक में लिखा। गतिविधि करने के बाद छात्रों से पुनरावलोकन करते हैं। अन्त में गतिविधियों से संबंधित एक अनुबंध कार्य दिया।८.०० बजे मेरा कक्षा समाप्त हो गया।
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